इस एपिसोड में: परमेश्वर, संगति, परमेश्वर की प्रतिकृति एक तरीका जिससे हम परमेश्वर के समान हैं ! परमेश्वर कई मायनों में हमसे अलग है । हम थक जाते हैं और निराश हो जाते हैं, लेकिन परमेश्वर कभी नहीं थकता और वह समय से बंधा नहीं है । जब हम बढ़ते हैं और बदलते हैं, हम पाते हैं कि परमेश्वर पूर्ण और अपरिवर्तनीय है । हालाँकि हमें उसकी प्रतिकृति में बनाया गया है, लेकिन हममें वह पूर्णता नहीं है । एक साझा विशेषता लालसा है—परमेश्वर अपनी रचना के साथ संगति चाहता है, यही कारण है कि वह आदम और हव्वा के साथ अदन की वाटिका में चला । हम भी अपने निर्माता के साथ अपने रिश्ते के माध्यम से पूर्ण होने की लालसा रखते हैं ।
जिसमें हम परमेश्वर के समान हैं?
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